डिप्टी CM ब्रजेश पाठक पर अभद्र टिप्पणी, सपा मीडिया सेल के X अकाउंट पर FIR दर्ज
FIR on Samajwadi Party Media Cell
लखनऊ : FIR on Samajwadi Party Media Cell: समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल से उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को लेकर की गई आपत्तिजनक पोस्ट पर घमासान मच गया है। इस पोस्ट को घोर आपत्तिजनक और पूरे नारी समाज का अपमान बताते हुए भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जगह समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन किया।
सपा की पोस्ट को लेकर भाजपा नेताओं की तरफ से हजरतगंज और वजीरगंज थानों में सपा मीडिया सेल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, मनीष शुक्ला, प्रदीप सिंह अन्य कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज थाने पहुंचकर मुकदमा दर्ज कराया।
भाजपा जिला अध्यक्ष की तरफ से दी गई तहरीर के मुताबिक शुक्रवार को समाजवादी पार्टी मीडिया सेल के एक्स अकाउंट पर उपमुख्यमंत्री की मां और परिवार के बारे में आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया है जो उनकी महिला विरोधी मानसिकता का दर्शाता है।
इस पोस्ट के आधार पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, प्रदेश अध्यक्ष, सपा के मीडिया सेल के हैंडलर तथा अन्य जिम्मेदार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए। इस पोस्ट को लेकर अधिवक्ता चारू मिश्रा ने भी वजीरगंज थाने में सपा के मीडिया सेल प्रभारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल का कहना है कि साइबर क्राइम सेल की मदद से मामले की जांच की जा रही है। जांच के आधार पर सख्त कार्रवाई होगी। वहीं पोस्ट को लेकर शहर में कई जगहों पर लोगों ने सपा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
क्या किया था पोस्ट, जिस पर मचा बवाल
समाजवादी पार्टी मीडिया सेल के एक्स एकाउंट पर शुक्रवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए लिखा गया कि बात-बात पर सपा के डीएनए पर बयानबाजी करने वाले ब्रजेश पाठक अपना डीएनए अवश्य चेक करवाएं और उसकी रिपोर्ट सोशल मीडिया पर जरूर डालें, जिससे उनका असली डीएनए तो पता चले। उसके बाद जो लिखा गया, वो इतना अमर्यादित था कि उसका जिक्र मुनासिब नहीं। इस पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अखिलेश यादव को टैग करते हुए एक्स पर लिखा- ''अखिलेशजी, ये आपकी पार्टी की भाषा है। ये पार्टी का आफिशियल हैंडल है।
लोकतंत्र में सहमति-असहमति, आरोप-प्रत्यारोप सब चलते आए हैं और चलते रहेंगे, पर आप अपनी पार्टी को इस स्तर पर ले आएंगे। क्या आदरणीय डिंपलजी इस स्त्री विरोधी और पतित मानसिकता को स्वीकार करेंगी। उसके बाद सपा के एक्स एकाउंट से उस पोस्ट को धमकी भरे अंदाज में यह कहते हुए हटा लिया गया कि हम तो ट्वीट डिलीट कर दे रहे हैं, लेकिन आप आइंदा से डीएनए की भाषा का इस्तेमाल करने से पहले सोचिएगा कि जब आप किसी कांच के ऊपर पत्थर मारते हैं, तो पलटकर टुकड़े अपनी ओर भी आते हैं।